ज्वालामुखी की तरह उठते आग के धुँए मामले मे रजरप्पा सीसीएल की भूमिका संदिग्ध, 24 घंटे के अंदर जीएम को देना होगा जबाब
रामगढ़ जिले के रजरप्पा मे ज्वालामुखी की तरह उठते आग के धुआँ को देख लोगों के अंदर डर सताने लगा था की कही भुचूंगडीह झारखण्ड का दूसरा झरिया न बन जाए हालांकि घटना की सूचना पर जिला प्रशाशन हरकत मे आई और रामगढ़ डीसी चन्दन कुमार दल बल के साथ घटना स्थल का जायजा लिया और तत्काल आग भुझाने की पहल सुरु हो गई तीन दिनों के जी तोड़ मेहनत के बाद इस पर लगभग काबू पा लिया गया लेकिन इस दौरान सीसीएल रजरप्पा की भूमिका पर सवाल उठाने लगे उसके बाद क्या था रामगढ़ एसडीओ ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
24 घंटे के अंदर सीसीएल प्रबंधन को देना होगा जबाब
भुचुंगडीह की अवैध कोयला खादान मे लगी आग को काबू पाने के दौरान वन विभाग, खनन विभाग और फायर ब्रिगेड की टीम ने हर संभव कारगर प्रयास किया गया सीसीएल प्रबंधन को भी इस मामले मे कई निर्देश दिए गए थे जिसके तहत 20 HP का पम्प सहित अन्य सामग्री की मांग की गई थी लेकिन सीसीएल प्रबंधन द्वारा इनकी आपूर्ति नहीं की गई थी जो संवेदनशील मामले मे लापरवाही दर्शाती है आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 56 के तहत कार्रवाई करवाई की जाएगी सीसीएल जीएम को 24 घंटे के अंदर अपना पक्ष रखने का आदेश निर्गत किया है.
क्या है आग की वजह
बताया जाता है सीसीएल रजरप्पा के इन इलाकों मे वर्षो से कोयले का अवैध खनन होता रहा है नतीजन इस क्षेत्र मे दर्जनों भूमिगत मुहने बने हुए है जो जमींन केअंदर कई किलोमीटर तक लम्बे है इन सुरंग से समय समय पर कोयला का अवैध खनन होता रहता है जमीन के ऊपर सब कुछ समय दिखता है लेकिन अंदर ही अंदर खोखला होता है. इसे रोकने और मुहानो को भरने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठये गए है गर्मी की वजह से अब इन मुहानो मे आग लग गई है और इनके अंदर का कोयला जलाने लगा है जिसको काबू मे ला पाना मुश्किल है.