एक दशक बाद 2 माह पूर्व दामोदर और भैरवी नदी का संगम जल माँ छिन्नमस्तिका का चरण स्पर्श कर पढ़िए क्या दे रह है सन्देश…….
Dainik State : धर्मेंद्र
झारखण्ड (रामगढ़) : दामोदर और भैरवी नदी के संगम तट पर स्थित मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा मंदिर के संबंध में ऐसी मान्यताएं हैं कि हर साल दामोदर और भैरवी नदी के संगम का जल मां का चरण स्पर्श करने रजरप्पा मंदिर के बाली द्वारा तक पहुंचती है और यह वाक्य अक्सर अगस्त और सितम्बर माह में देखने को मिलता है लेकिन इस बार समय पर मानसून आने और पिछले 12 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण दामोदर और भैरवी नदी का जलस्तर अपने उफान पर है और मां के दरबार में दे रहा है लगातार दस्तक.
2 माह पूर्व दामोदर और भेरवी नदी माँ छिन्नमस्ती का चरण स्पर्श करने पहुंची
दामोदर और भैरवी नदी के संगम तट पर स्थित मां छिन्नमस्तिका रजरप्पा मंदिर के संबंध में ऐसी मान्यताएं हैं कि हर साल दामोदर और भैरवी नदी के संगम का जल मां का चरण स्पर्श करने रजरप्पा मंदिर के बाली द्वारा तक पहुंचती है और यह वाक्य अक्सर जुलाई मध्य से जुलाई के अंत में देखने को मिलता है लेकिन इस बार समय पर मानसून आने और पिछले 12 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण जल स्तर इस कदर बढ़ा की जून माह में ही दामोदर और भैरवी नदी मां का चरण पखांरने मंदिर पहुंची हुई है.
एक दशक बाद बना ऐसा संयोग,आएगी खुशहाली
रजरप्पा मंदिर से जुड़े पुरोहित व पंडा बताते हैं की पिछले 10 सालो मे ऐसा नहीं देखने को मिला की मानसून के शुरुआत मे ही दामोदर और भेरावी नदी माँ का चरण अस्पर्श करने पहुंची हो अमूमन यहा घटना जुलाई के अंत मे देखने को मिलती थी मंदिर पुरोहित सुबोध पंडा और लोकेश पंडा ने बताया की
धार्मिक दृष्ठि कोण से देखे तो यह बहुत सुखद संयोग है जो धरती पर हरियाली लेकर आइयेगी
नदी किनारे की दर्जनों दुकान बही
भैरवी नदी का जल स्तर बढ़ने से रजरप्पा मां छिन्नमस्तिका के मंदिर मे नदी किनारे की दर्जनों दुकाने बह गई है और दर्जनों दुकानों मे पानी घुस गया है जिसके बाद दुकान दार अपने दुकानों की समान को बचाने मे लगे हुए है.
चेतावनी
रामगढ़ पुलिस और स्थानीय पंडा द्वारा लाउड स्पीकर के माध्यम से यहा पहुंचाने वाले भक्त को नदी किनारे न जाने की चेतवनी दी जा रही हैताकि कोई भी नदी किनारे नहीं जाए साथ ही साथ नदी किनारे क्षेत्र मे पुलिस बल की भी तैनाती की गई है की यदि कोई बाढ़ को देखने जाए तो उसे रोका जा सके