Dainik State: औरंगाबाद
क्या है मामला
बिहार के औरंगाबाद जिले के दाउदनगर थाना क्षेत्र मे दादी की दाह संस्कार मे शामिल होने गए तीन नाबालिक की सोन नदी की काली घाट मे डूबने से मौत हो गई घटना के बाद गांव मे मातम का माहौल है.घटना की सूचना पर एसडीपीओ सोनू कुमार, सीओ शैलेंद्र कुमार, थानाध्यक्ष आरती कुमारी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंछे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया है
कैसे हुआ हादसा
बताया जाता है मृतक 80 वर्षीय राजकुमारी देवी को अंतिम संस्कार के लिए सोन नदी के काली घाट ले जाया गया था इसी दौरान तीन नाबालिग बच्चे नदी मे नहाने चले गए। और अचानक डूबने लगे वहा मौजूद लोगो ने बचाने के लिए नदी मे छलांग भी लगाई गहराई अधिक और तेज बहाव के बीच जितेंद्र और शंकर को बचा लिया गया लेकिन रवि और पवन को नहीं बचाया जा सका। जबकि एक नाबालिग की तलाश जारी है।
मातम का माहौल
इस दुर्घटन मे दाउदनगर के वार्ड नंबर-7 टोली के जीतवहन राम का 16 वर्षीय पुत्र रवि कुमार और सत्येंद्र राम का 17 वर्षीय पुत्र पवन कुमार की मौत हो गई दोनों पार्षद राजू राम के परिवार हैं। परिजनो को जैसे ही मौत की सूचना मिली घर में कोहराम मच गया और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।जबकि अभी भी एक बच्चे की खोज बीन जारी है लेकिन जैसे जैसे समय बीत रहा है उसके बचने की संभावना कम होती जा रही है.
बालू खनन हादसे की है वजह
जानकार बताते हैं कि सोन नदी का यही लगा समतल भर रहा है लेकिन बालू उत्खनन के दौरान कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं अब जब बारिश के बीच पानी का बहाव तेज हो गया तो समतल जमीन के बाद अचानक लिए गड्ढे मौत की मुख वजह है जिसका अनुमान पानी में नहाने वाले लग नहीं पाते हैं और अचानक उन्हें बड़े गड्ढे से सामना करना पड़ता है