Local & National News in Hindi
ब्रेकिंग
कोलकाता लॉ कॉलेज रेप केस: माफी मांगें ममता बनर्जी, दें इस्तीफा… BJP नेता संबित पात्रा का बड़ा हमला देश में 2047 तक इस्लामिक हुकूमत लाने की तैयारी में था PFI, श्रीनिवासन हत्याकांड मामले में NIA का बड़... बिहार में नई वोटर लिस्ट पर सियासी बवाल, चुनाव आयोग बोला- कोई वोटर न छूटे जम्मू-कश्मीर पुलिस का ड्रग तस्कर पर एक्शन, 50 लाख की प्रॉपर्टी की जब्त एक साथ 2 लड़कियों का मिला इनविटेशन, होटल पहुंचते ही शुरू हुआ गंदा खेल, 3 दिन तक रोता रहा लड़का प्रॉपर्टी में हिस्सा नहीं दिया तो जान से जाओगे… शादी के 14 साल बाद प्रेमी संग भागी पत्नी, पति को दी ... ममता सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं…बीजेपी ने की बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग किस दर्द में था पुखराज का परिवार? पति-पत्नी और दो बेटियों ने खाया जहर, 3 लोगों की मौत 2 घोड़ियों को जहर का इंजेक्शन देकर मारा गया, आखिर क्या थी ऐसी मजबूरी? फिटनेस या अश्लीलता… जुम्बा को लेकर केरल में क्यों मचा है बवाल?

आशु के हल्का वेस्ट की जनता से मजबूत रिश्ते के सामने फीकी दिख रही सत्ता की ताकत

लुधियाना : जब सूरज सिर पर हो, तापमान 44 डिग्री के पार चला जाए और लू के थपेड़े इंसान को घर में बंद रहने पर मजबूर कर दें, तब भी अगर कोई नेता अपने इलाके की हर गली, हर नुक्कड़, हर घर में दस्तक दे रहा हो तो समझ लीजिए वो सिर्फ नेता नहीं, जनता का सच्चा सिपाही है। ऐसा ही नाम है भारत भूषण आशु का।

एक हफ्ते बाद लुधियाना वेस्ट में उपचुनाव होने जा रहे है। एक तरफ सत्ता पक्ष की चकाचौंध, सरकारी मशीनरी और वादों की भरमार है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस कैंडिडेट भारत भूषण आशु जो बिना किसी सरकारी संसाधन, बिना किसी दिखावे, सिर्फ जनता के प्यार और अपने जज़्बे के दम पर चुनावी रणभूमि में डटे हुए हैं

तपती दोपहरों में जहां लोग सड़कों से दूर भागते हैं, वहीं आशु हर गली में, हर मोड़ पर, हर घर के दरवाजे पर दस्तक देते नजर आ रहे हैं। कहीं बुज़ुर्गों के चरण छूते हैं, कहीं बच्चों को दुलारते हैं और हर किसी से यही कहते हैं“आपका साथ रहा, तो हर मुश्किल आसान हो जाएगी। वहीं हल्का वेस्ट की जनता भी आशु का भरपूर साथ दे रही है। आशु के पक्ष में प्रचार कर रहे कांग्रेस पार्षद पति सन्नी भल्ला ने कहा ये सिर्फ़ वोट की अपील नहीं है, ये उस रिश्ते की ताज़गी है जो उन्होंने सालों की सेवा, ईमानदारी और संघर्ष से कमाई है। उनका चेहरा थकावट से भरा जरूर होता है, लेकिन आंखों में चमक वही पुरानी है—सेवा, समर्पण और बदलाव लाने की है।

उन्होंने कहा आशु ने लुधियाना के लोगों को कभी नेता और जनता का रिश्ता नहीं दिखाया बल्कि उन्होंने तो हमेशा एक परिवार जैसा रिश्ता निभाया है। आज जब वही परिवार फिर से उनके साथ खड़ा है तो सत्ता की ताक़त भी इस रिश्ते के सामने फीकी नज़र आती है।