अमृतसर : शराब के शौकीनों के लिए बड़ी खबर सामने आई है, दरअसल पंजाब पुलिस सख्त एक्शन में है। अमृतसर जिला आबकारी विभाग अवैध शराब के चलन को रोकने के लिए दूसरे चरण पर पहुंच चुकी है। इस कड़ी में विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों और घरों में अवैध शराब रोकने के बाद सड़कों पर कारें खड़ी करके शराब पीने के चलन को समाप्त करने का प्रयास किया है। इस कार्रवाई में जिला आबकारी विभाग के ऑप्रेशन में एक्साइज पुलिस के साथ लोकल पुलिस भी शामिल थी। विभाग को सूचना थी कि अमृतसर के रंजीत एवेन्यू के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों द्वारा रजिस्टर्ड “बारों” में बैठने की बजाय खुले-आम सड़कों पर कारें खड़ी करके उसे अंदर ही अंदर “बार” बना दिया जाता है।
बाहर से रेहड़ी और ढाबों वाले नॉनवेज व खाद्य पदार्थों की सप्लाई देते हैं। इसमें दो लाभ होते हैं। एक तो रजिस्टर्ड रेस्टोरेंटों और बारों में खपत किए गए खाद्य पदार्थों पर जीएसटी/सर्विस टैक्स पड़ता है, दूसरा यदि सड़कों पर कार खड़ी करके व्यंजन खरीदे जाएं तो वहां पर सस्ते मिलते हैं। जिला आबकारी अधिकारी ललित कुमार ने बताया कि यह कार्रवाई डिप्टी कमिश्नर आबकारी (डीईटीसी) सुरेंद्र गर्ग व सहायक कमिश्नर महेश गुप्ता के निर्देश पर की गई है। एक्साइज की रोड चैकिंग कार्रवाई अमृतसर के पॉश क्षेत्र रंजीत एवेन्यू के”ए.बी.सी.डी.ई.” सभी ब्लॉक में की गई।
इस दौरान आबकारी विभाग द्वारा एक्साइज इंस्पेक्टर धर्मेंद्र के साथ आबकारी पुलिस और अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस की तरफ से तेज़-तर्रार इंस्पेक्टर रोबिन हंस (इंचार्ज पी.एस, रंजीत एवेन्यू) दलबल के साथ फील्ड में रहे। इस दौरान संयुक्त टीमों ने सैकड़ों वाहनों को चेक करके लोगों को अवेयर किया व कार मालिकों को सतर्क किया गया कि यह अपराध है। अथवा उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
रेहड़ियों, खोखों, टी-स्टॉलों और ढाबों के आगे रखी जाएगी कड़ी नजर
जिला आबकारी अधिकारी ललित कुमार और इंस्पेक्टर रोबिन हंस ने कहा कि आने वाले समय में खुलेआम सड़कों, रेहड़ियों, खोखों, टी-स्टॉलों, ढाबों के सामने खड़े वाहनों पर शराब पीने वालों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। रोबिन हंस ने चेतावनी देते कहा कि यदि कोई व्यक्ति अथवा टीम कार अथवा निजी वाहनों में शराब इत्यादि पी रहे हैं अथवा पीने वाले हैं, तो उन्हें मेटीरियल अथवा बर्तनों की सर्विस न दी जाए। इसके अतिरिक्त यदि ऐसे किसी स्थान पर कोई वाहन खड़ा करके शराब पी रहा है तो इसकी तुरंत सूचना पुलिस को दें।
कारों की चैकिंग बिना अवैध शराब के खिलाफ अभियान रह सकता है अधूरा
आबकारी विभाग/पुलिस का मानना है कि यदि शराब पीने वालों द्वारा सड़कों पर अवैध “बार- कल्चर” को न रोका गया, तो संयुक्त विभागों का जहरीली शराब के विरुद्ध अभियान अधूरा रह सकता है। तर्क यह है कि यदि कोई व्यक्ति बाहर से गैर-सरकारी नियंत्रण में बनी हुई शराब को किसी “बार अथवा रैस्टोरैंट” में ले जाता है तो, उससे पूछताछ हो सकती है। वहीं यदि वह इस शराब को पीने का काम अपनी कार अथवा निजी वाहन में करता है तो जहरीली शराब का रहस्य और गहरा जाएगा। जहरीली शराब का कोरियर कहां से आया और कहां डिलीवरी दे गया ? यह रहस्य केवल रहस्य” ही रह जाएगा। इस प्रकार जहरीली शराब से यदि किसी को नुकसान हो जाता है तो इसके आने वाले साधन को पकड़ना मुश्किल हो जाएगा।