भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं में इजाफा कर रहा है. इसी कड़ी में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने अग्नि-5 मिसाइल का नया गैर-परमाणु (नॉन न्यूक्लियर) वर्जन बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. यह मिसाइल खासतौर पर भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए बनाई जा रही है ताकि दुश्मन के मजबूत ठिकानों को आसानी से तबाह किया जा सके. ये मिसाइल पाकिस्तान और चीन के लिए कड़ी चुनौती बन सकती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का एक नॉन न्यूक्लियर वर्जन विकसित किया जा रहा है. नई अग्नि-5 मिसाइल में करीब 7.5 से 8 टन का भारी वारहेड लगेगा. इसे दो तरह से इस्तेमाल किया जा सकेगा. पहला, एयरबर्स्ट यानी यह मिसाइल हवा में फटकर बड़े इलाके में धमाका करेगी और रनवे, एयरबेस और रडार सिस्टम तबाह कर देगी.