मैहर : मध्य प्रदेश के सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के मामले सामने आना अब कोई नई बात नहीं है. जेब गर्म करने की खातिर सरकारी कर्मचारी और अधिकारी कुछ भी कर सकते हैं. यहां तक कि जिंदा व्यक्ति को कागजों में मृत दिखा देते हैं और मरे हुए को जिंदा बता देते हैं. ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. अब ताजा मामला मैहर से है. जहां बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने 5 साल पहले मृत व्यक्ति को जिंदा दिखा दिया.
बिजली कनेक्शन का लोड कम करवाने आवेदन
मैहर जिले में बिजली कंपनी का कारनामा चर्चा में है. दरअसल, किसान द्वारा बिजली का लोड कम कराने आवेदन दिए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई तो सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई गई. इसमें विद्युत वितरण केंद्र के अधिकारी ने किसान के 2020 में मृत हो चुके पिता को मौके पर मौजूद बताकर कार्रवाई कर डाली. मामला मैहर जिले के नादन क्षेत्र का है. जहां किसान संदीप पटेल ने खेत में लगे बोर के लिए विद्युत कनेक्शन लिया हुआ था.
आश्वासन देकर पहली शिकायत बंद कराई
बिजली कंपनी ने पहले 3HP का कनेक्शन दिया. उसे बढ़ा कर 5HP कर दिया गया, जिसके बाद संदीप ने नवंबर 2024 में विभाग में आवेदन दिया. इसमें आग्रह किया कि 5HP को घटा कर 3HP का कनेक्शन कर दिया जाए. संदीप ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की. इसके बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर हेल्पलाइन बंद करा दी. लेकिन कई दिन तक समस्या का सामाधान नहीं हुआ.

5 साल पहले मृत पिता को जिंदा बताया
इसके बाद संदीप ने मई 2025 में सीएम हेल्पलाइन पर एक बार फिर विद्युत वितरण केंद्र के खिलाफ लोड कम कराने की शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों ने सीएम हेल्पलाइन में जवाब दिया “संदीप पटेल के खेत में लगे बोर का निरीक्षण किया गया, जहां 5HP का मोटर लगा पाया गया. इस दौरान संदीप के पिता मौके पर मौजूद थे.” इस पर संदीप पटेल ने बताया “बिजली कंपनी द्वारा दिए गए जवाब में हम सब आश्चर्यचकित रह गए.”
पीड़ित ने तीसरी बार की सीएम हेल्पलाइन में शिकायत
संदीप पटेल ने बताया “बिजली कंपनी ने पिता के मौके पर मौजूद होने का हवाला दिया है, जबकि उनका स्वर्गवास 2020 में हो चुका है. इस तरह के विवादित जवाब से पीड़ित परिवार हैरान है.” शिकायतकर्ता के बड़े भाई राजीव पटेल ने फिर सीएम हेल्प लाइन में 32876254 इस कृत्य की शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में बिजली कंपनी के जेई अनुराग पांडे ने बताया “सीएम हेल्पलाइन में लिखे गए जवाब की जांच कर सुधार करने का प्रयास किया जाएगा.”