अब यूरोप के एक देश में हुई क्रांति की खबर है. सर्बिया की छात्र क्रांति, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. 8 महीने पहले सर्बिया के रेलवे स्टेशन पर हुए एक हादसे से निकली चिंगारी, अब बगावत के शोलों में बदल गई है. सर्बिया के राष्ट्रपति का तख्तापलट करने के लिए हजारों छात्र सड़कों पर उतर गए हैं और सर्बिया की सड़कें गृहयुद्ध की जमीन बन गई हैं. भारत से 5,250 किलोमीटर दूर यूरोप का एक शांत देश अब खून से लाल है.
सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में सड़कों पर हजारों छात्र उतर आए हैं. सर्बिया में बिल्कुल वही हो रहा है, जो 1 साल पहले बांग्लादेश में हुआ था. पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच हिंसक झड़प हो रही है. सर्बिया में तख्तापलट के नारे गूंज रहे हैं. एक तरफ सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक से नाराज छात्रों की भीड़, दूसरी तरफ पुलिस की लाठियां, हथकड़ियां और आंसू गैस के गोले. सर्बिया की सड़कें गृहयुद्ध की रणभूमि बन गई हैं.