अमेरिका की ओर से ईरान के खिलाफ युद्ध में शामिल होने के बाद इजराइल को इस युद्ध में बढ़त मिलती दिख रही हैं. वहीं अन्य देशों और मानव अधिकार संगठनों ने इस युद्ध के भयानक रूप लेने की संभावना पर चिंता जताई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ किया है कि वह ईरान को परमाणु संपन्न देश नहीं बनने देंगे.
जारी रहेंगे इजराइल के हमले
उन्होंने कहा कि जब तक ईरान के परमाणु फैसिलिटीज को खत्म नहीं किया जाता और क्षेत्र के सबसे बड़े खतरें को खत्म नहीं किया जाता तब तक उनके हमले जारी रहेंगे. रियुवेन अजार ने कहा कि ईरान इजराइल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए खतरा है.
भारतीय को भारत लाने पर क्या बोले इजराइली राजदूत?
जब रियुवेन अजार से पूछा गया है कि भारत की ओर से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए भेजी जाने वाली पहली फ्लाइट कैंसिल हो गई है. ऐसे में इजराइल की ओर से उनकी सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं. तो उन्होंने जवाब दिया कि इजराइल में भारतीय सुरक्षित हैं, इजराइल की ओर से उनको शेल्ट और बंकरों में रखा जा रहा है. साथ ही बताया कि एयर स्पेस बंद होने के बाद उनको जॉर्डन जैसे देशों में लाकर भी वापस भेजने के प्रयास जारी हैं..
भारत की क्या है भूमिका?
रियुवेन अजार ने कहा कि हमने शीर्ष स्तर पर बातचीत की है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू और प्रधानमंत्री मोदी के बीच, विदेश मंत्री स्टार और श्री विदेश मंत्री जयशंकर के बीच, और हमारे सुरक्षा परिषदों के प्रमुखों, अनोबी और अजीत डोभाल के बीच भी बातचीत हुई है. और यह संवाद जारी है, मुझे लगता है कि भारत अब बेहतर तरीके से समझता है कि इजराइल ने यह कदम क्यों उठाया है. हमने इजराइल के अस्तित्व पर दो खतरों को दूर करने के लिए कदम उठाया, सैन्य परमाणु खतरा और मिसाइल बैलिस्टिक खतरा.
स्ट्राइक के बाद क्या बोले ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को एक भयावह चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगर तेहरान शांति समझौते से इनकार करता है तो उसके और भी सैन्य ठिकानों पर हमले होंगे. हाल ही में किए गए हवाई हमलों को ‘शानदार सफलता’ घोषित करने के बाद ट्रंप ने कहा कि भविष्य में हमले ‘बहुत बड़े’ हो सकते हैं और ‘कुछ ही मिनटों में’ अंजाम दिए जा सकते हैं.