राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत की संसद में उन चार हस्तियों को मनोनीत किया है, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है. राज्यसभा में मनोनीत हुए सदस्य वकील उज्जवल निकम ने मुंबई हमले से लेकर न जाने कितने आपराधिक मामलों में न्याय दिलाया हैं. देश-विदेश में भारत का नाम रोशन करने वाले पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, सामाजिक कार्यों के प्रति हमेशा समर्पित रहने वाले सदानंदन मास्टर और शिक्षा के क्षेत्र में निपुण मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है.
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(3) ने राष्ट्रपति को यह अधिकार दिया है कि वह राज्यसभा में 12 सदस्यों को मनोनीत कर सकता है. राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत सदस्य कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में निपुण होते हैं. इन सदस्यों को चुनने का उद्देश्य होता है कि उनके समझ और कौशल का लाभ सदन को मिल सके.