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हेलीकॉप्टर से नहीं जा सकेंगे अमरनाथ… सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा- इसका गलत मैसेज जाएगा

अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होने वाली है जोकि 9 अगस्त तक चलेगी. अगर आप भी इस साल यात्रा करने वाले हैं और आपने सोचा है कि जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद आप पहलगाम या बालटाल से हेलीकॉप्टर सर्विस की मदद से आसानी से अमरनाथ पहुंच जाएंगे. तो इस बार ऐसा नहीं होगा. इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं होगी. यह सुरक्षा निर्देश 01 जुलाई से 10 अगस्त तक लागू रहेंगे.

जम्मू-कश्मीर सरकार ने तीर्थयात्रा की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय की सलाह पर पहलगाम और बालटाल एक्स पर हवाई प्रतिबंध लगा दिए हैं. इसी के चलते अब पूरे तीर्थयात्रा रूट को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है.

हेलीकॉप्टर सेवा पर प्रतिबंध

पहले अमरनाथ यात्रा करने के लिए ज्यादातर श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर पहुंचते थे. उसी के बाद वो आसानी से तीर्थस्थल पर पहुंचने के लिए पहलगाम या बालटाल से हेलीकॉप्टर सर्विस का इस्तेमाल कर सकते थे. पहलगाम के नीरू से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध होती थी, जो उनको पंचतरणी तक पहुंचाती थी. 10 से 15 मिनट में वो पंचतरणी पहुंच जाते थे. पंचतरणी से अमरनाथ पहुंचने के लिए 6 किमी पैदल चलना पड़ना था. वहीं, दूसरी तरफ बालटाल से हेलीकॉप्टर सेवा मिलती थी, जो बालटाल से पंचतरणी तक पहुंचाती थी. हेलीकॉप्टर से लंबी घंटों की यात्रा महज 10-15 मिनट में पूरी हो जाती थी. जो तीर्थयात्रियों के लिए काफी मददगार साबित होती थी. लेकिन इस बार हेलीकॉप्टर की सुविधा नहीं मिलेगी.

 

“इसका गलत मैसेज जाएगा”

इस फैसले को लेकर सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, अमरनाथ यात्रा अच्छी बात है. हम भी चाहते हैं कि अमरनाथ यात्रा सही तरीके से हो जाए. सिर्फ एक बात थोड़ी सी अजीब लग रही है कि इस बार हेलीकॉप्टर सर्विस की इजाजत नहीं दी जा रही है. इसका भी गलत मैसेज बाकी देशों में जा रहा है.

सीएम ने आगे कहा, अब मेरे पास इंटेलिजेंस इंपुट तो है नहीं जिसकी बुनियाद पर यह फैसला लिया गया , लेकिन मैं सोचता हूं कि इतने सालों के बाद यह पहली बार है कि पहलगाम और बालटल से हेलीकॉप्टर की इजाजत नहीं दी जा रही है. जम्मू-कश्मीर के हवाले से इसका गलत मैसेज बाकी देशों में नहीं जाना चाहिए.

क्यों लिया गया फैसला

दरअसल, सरकार ने इस बार अमरनाथ रूट पर नो फ्लाइंग जोन घोषित करने का फैसला सुरक्षा के चलते उठाया है. जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों सहित अमरनाथ यात्रा के सभी मार्गों को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया है. इसका मतलब है कि अब पहलगाम और बालटाल से आप आगे की यात्रा हेलीकॉप्टर से नहीं कर सकेंगे. साथ ही यह फैसला हेलीकॉप्टर के साथ-साथ सभी तरह के हवाई डिवाइस पर लागू होता है जिनमें यूएवी, ड्रोन और गुब्बारे भी शामिल हैं.

किन हालातों में रहेगी छूट

यह सुरक्षा निर्देश 01 जुलाई से 10 अगस्त तक लागू रहेंगे. हालांकि, कुछ केस में जैसे मेडिकल इमरजेंसी, आपदा प्रबंधन या सुरक्षा बलों की ओर से संचालित निगरानी अभियानों के मामलों पर यह निर्णय लागू नहीं होगा. इन केस में हवाई डिवाइस का इस्तेमाल किया जा सकेगा.

अमरनाथ तीर्थयात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त, 2025 तक होने वाली है. यात्रा में बड़ी तादाद में श्रद्धालु शामिल होते हैं. इस दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा में चूक न हो इस बात के इंतजाम किए जा रहे हैं. सुरक्षा के चलते ही यह कदम उठाया गया है.