झारखण्ड : झारखंड में सही समय पर मानसून आगमन के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार खेती अच्छी होगी लेकिन भारी बारिश ने जहां धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरी है तो वही दूसरी ओर सब्जी की खेती करने वाले लोगों में भारी मायूसी है कारण पिछले चार दिनों के लगातार बारिश ने सब्जी की खेती को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है हालत यह है की खेत में लगे गोभी,पालक,मूली, धनिया,बोदी ओर मूंगफाली के पौधे गल कर खेतों में गिरने लगे हैं और जिनमें कुछ जान बाकी है उनके बचाने की संभावना कम है.
किसानों को उठानी पड़ी आर्थिक क्षति
सब्जी की खेती को कैश क्रॉप के रूप में किसान लेते हैं वजह बहुतेरे सब्जी की फसले एक महीने के अंदर ही किसानों को आमदनी देने लगते हैं. लेकिन इस बार लगातार चार दिनों की भारी बारिश और खेतों में हुए जल जमाव या यू कहे अत्यधिक पानी ने इन पौधे के जड़ों को पूरी तरह गला दिया हैबारिस के साथ तेज हवाओ ने लतर वाली सब्जी को भी पूरी तरह नस्ट कर दिया है.यही वजह है कि कल तक खेतों में खड़े दिखने वाले यह फसल अब जमीन पर गल कर गिर गए हैं पौधों की इन गलन ने किसानों के चेहरे की रौनक बिगाड़ दी है अगर छोटे किसानों की बात करें तो इनको 50 से एक लाख का नुकसान उठाना पड़ा है
क्या कहते है किसान
आनंद कुमार महतो,कोमल प्रसाद महतो समेत दर्जनों किसानों का कहना है की सब्जी की खेती से ही पूरे परिवार का भरण पोषण होता है l लेकिन लगातार बारिश ने उनको कही का नहीं छोड़ा है.प्रकृति की मार ने मानो उनकी कमर ही तोड़ दी है. उनका कहना है की इस प्राकृतिक आपदा से निपने के लिए राज्य सरकार उन्हें मदद करें
सब्जियों की कीमत में बढ़ोतरी के आसार
इसका असर अब आम आदमी के जेब पर भी परने वाला है खास कर पूरी तरह नष्ट हो चुकी नेनुआ, मिर्चा गोभी, मूली टमाटर, धनिया पालक के दाम बढ़ने वाले है.बारिश से खेतों में लगी इन सब्जियां के बर्बाद होने के बाद कम उत्पादन से इनकी कीमतें बढ़ने की उम्मीद है.