20 सीक्रेट तहखाने, दुबई के मौलाना से ट्रेनिंग, किताबें छापकर फैलानी थी नफरत; छांगुर के शैतानी दिमाग में क्या चल रहा था?
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश करते हुए एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया था. एटीएस की जांच में खुलासा हुआ है कि छांगुर अपने गुर्गों को प्रशिक्षण देने के लिए दुबई से मौलाना बुलाता था और नेपाल में सक्रिय दावत-ए-इस्लामी की टीम के साथ मिलकर धर्मांतरण की साजिश रच रहा था.
एटीएस के अनुसार, छांगुर ने बलरामपुर में दो आलीशान कोठियों का निर्माण कराया था, जिनमें तहखाने जैसे गुप्त कक्ष बनाए गए थे. इन कक्षों में धर्मांतरण के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाते थे. छांगुर ने 20 कक्षों में नियमित तकरीर (धार्मिक प्रवचन) शुरू करने की योजना बनाई थी. इसके लिए उसने प्रदेश के कई कट्टर मौलानाओं से संपर्क साधा था.